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Bollywood Flop movies turn Supehit : रणवीर सिंह-अक्षय खन्ना की फिल्म ‘धुरंधर’ बॉक्स ऑफिस पर नए रिकॉर्ड बना रही है. फिल्म 600 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर चुकी है. इस फिल्म में अक्षय खन्ना कराची के ल्यारी के गैंगस्टर रहमान डकैत का रोल निभाकर वाहवाही लूट रहे हैं. फिल्म जब से रिलीज हुई, तभी से मजबूत पकड़ बनाए हुए है. बॉलीवुड में कुछ फिल्में ऐसी भी आईं, जो शुरू में फ्लॉप रहीं, बाद में दर्शकों में इनके लिए इतनी ज्यादा दीवानगी देखी गई कि ये फिल्में सुपरहिट निकलीं. एक मूवी तो कल्ट हिट का स्टेटस पा चुकी हैं. ऐसी ही चार फिल्में 10 साल के अंतराल में सिनेमाघरों में आईं. ये फिल्में कौन सी थीं, जो धीमी शुरुआत लेकर सुपरहिट साबित हुईं, आइये जानते हैं…….
कुछ फिल्में रिलीज होते ही दर्शकों पर पकड़ बना लेती हैं. एनिमल, जवान, पठान की रिकॉर्डतोड़ सफलता के बाद अब रणवीर सिंह-अक्षय खन्ना की फिल्म ‘धुरंधर’ 5 दिसंबर से सिनेमाघरों में छाई हुई है. धुरंधर फिल्म कमाई के नए रिकॉर्ड बना रही है. मूवी 600 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन कर चुकी है. बॉक्स ऑफिस पर कुछ ऐसी भी फिल्में आई हैं जिनकी शुरुआत धीमी रही लेकिन यही फिल्में सुपरहिट निकलीं. 10 साल के अंतराल में ऐसी ही चार फिल्में रिलीज हुई थीं. इन चारों फिल्मों को चार दिन तक दर्शक ही नहीं मिले. फिर ऐसी रफ्तार पकड़ी कि हर कोई हैरान रह गया. ये फिल्में थीं : परदेश, सत्या, बागवान और चक दे इंडिया. आइये जानते हैं इन फिल्मों से जुड़े दिलचस्प तथ्य…..

सबसे पहले बात करते हैं परदेश फिल्म की जो कि 8 अगस्त 1997 को रिलीज हुई थी. फिल्म की स्टोरी सुभाष घई ने लिखी थी. डायरेक्टर-प्रोड्यूसर सुभाष घई ही थे. डायलॉग जावेद सिद्दीकी ने लिखे थे. परदेस फिल्म से महिमा चौधरी ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. फिल्म में शाहरुख खान, अपूर्व अग्निहोत्री, अमरीश पुरी, आलोक नाथ और हिमानी शिवपुरी अहम रोल में थे. फिल्म को रेनू सलूजा ने एडिट किया था. परदेस का म्यूजिक नदीम-श्रवण ने तैयार किया था. म्यूजिक सुपरहिट रहा. सभी गाने ब्लॉकबस्टर साबित हुए.10 करोड़ के बजट में बनी परदेस ने करीब 40 करोड़ की वर्ल्डवाइड कमाई की. 1997 में यह सबसे ज्यादा पैसा कमाने वाली फिल्म की लिस्ट में चौथे नंबर पर थी. फिल्म को 3 फिल्म फेयर अवॉर्ड मिले थे.

परदेस एक म्यूजिकल रोमांटिक ड्रामा फिल्म थी. फिल्म की शूटिंग यूएस, कनाडा, उतराखंड और उत्तर प्रदेश के आगरा में हुई. एक्ट्रेस महिमा चौधरी ने हाल ही में अपने एक इंटरव्यू में बताया, ‘जब यह मूवी रिलीज हुई तो चार दिन तक नहीं चली. फिल्म की धीमी शुरुआत की बड़ी वजह इसकी लंबाई थी. फिल्म बहुत ज्यादा लंबी थी. ऐसे में थिएटर्स में सिनेमामालिकों ने इसे एडिट करके अपने-अपने हिसाब से चलाया. चार दिन बाद चमत्कार हुआ. फिल्म ने अचानक रेस पकड़ी और सुपरहिट साबित हुई.’
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परदेस फिल्म के आने के बाद अगले साल 1998 में लव स्टोरी पर बेस्ड फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर जलवा बिखेरा. ‘कुछ-कुछ होता है’, ‘प्यार तो होना ही था’, और ‘प्यार किया तो डरना क्या’ जैसी फिल्मों के बीच जुलाई 1998 में मुंबई अंडरवर्ल्ड पर बेस्ड एक फिल्म आई. इस फिल्म का नाम था : सत्या जिसका निर्देशन रामगोपाल वर्मा ने किया था. सत्या फिल्म में मनोज बाजपेयी, जेडी चक्रवर्ती, उर्मिला मांतोडकर, परेश रावल, आदित्य श्रीवास्तव, सौरभ शुक्ला और गोविंद नामदेव अहम भूमिकाओं में थे. फिल्म में भीखू म्हात्रे का कालजयी किरदार निभाने वाले मनोज बाजपेयी ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि यह फिल्म शुरुआत में एक हफ्ते तक नहीं चली. मूवी के सभी कलाकार नए थे. एक हफ्ते के बाद टिकट के लिए सिनेमाघरों के बाहर लाइन लगने लगी. यह फिल्म मैसिव हिट रही.

सत्या फिल्म मनोज बाजपेयी करियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुई थी. अनुराग कश्यप-सौरभ शुक्ला की भी किस्मत इस फिल्म से चमक गई. मनोज ने अपने एक इंटरव्यू बताया था कि उन्होंने भीखू म्हात्रे का आइकॉनिक रोल अपने शहर बेतिया के एक बड़े क्रिमिनल से इंस्पायर्ड होकर निभाया था. बदन में नीचे बनियान, शर्ट के खुले बटन…फिल्म में माफिया के जैसा गेटअप रखा. दिलचस्प बात यह भी है कि मनोज बाजपेयी ने अनुराग कश्यप और रामगोपाल वर्मा की मुलाकात करवाई थी. कहानी पूरी नहीं हुई सौरभ शुक्ला को जोड़ा गया. ढाई करोड़ के बजट में बनी सत्या ने 15 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. यह बहुत बड़ी हिट साबित हुई.

यही कहानी बीआर चोपड़ा की फिल्म ‘बागबान’ के साथ दोहराई गई. 3 अक्टूबर 2003 को उनकी आखिरी फिल्म ‘बागबान’ रिलीज हुई थी. डायरेक्शन उनके बेटे रवि चोपड़ा ने किया था. पारिवारिक मूल्यों, माता-पिता और संतान के रिश्तों के दर्द को दिखाती यह फिल्म शुरुआत के चार दिन नहीं चली थी. फिल्म का म्यूजिक आदेश श्रीवास्तव ने दिया था जो कि इंस्टेंट हिट हुआ था. गीत समीर अंजान ने लिखे थे. फिल्म के पॉप्युलर गानों में ‘पहले कभी ना मेरा हाल ऐसा हुआ…कुछ तो होने लगा..’ ‘होली खेलें रघुबीरा अवध में..’ ‘मैं यहां तू वहां, जिंदगी है कहां..’ ‘चली चली फिर चली-चली..चली इश्क दी हवा चली शामिल थे.

रवि चोपड़ा और बीआर चोपड़ा दोनों ही अब इस दुनिया में नहीं हैं. रवि चोपड़ा की पत्नी रेनू चोपड़ा ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि फिल्म कुछ दिन तक थिएटर्स में दर्शकों का इंतजार करती रही. शुक्रवार से लेकर सोमवार तक दर्शक फिल्म देखने नहीं आए. ऐसा लग रहा था कि फिल्म सिनेमाघरों से हट जाएगी क्योंकि दर्शक नहीं आ रहे थे. क्रिटिक्स भी इसे फिल्म को ओल्ड फैशन बताकर नकार चुके थे. फिर धीरे-धीरे लोगों को कहानी समझ में आई और पब्लिक का प्यार मिलना शुरू हो गया. मंगलवार से अचानक माहौल बदला और फिर 175 दिनों तक बॉक्स ऑफिस पर राज किया. 10 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने इंडिया में फिल्म ने 20 करोड़ का बिजनेस किया था. फिल्म ने वर्ल्ड वाइड 43 करोड़ का कलेक्शन किया था. फिल्म के लास्ट सीन में अमिताभ बच्चन की स्पीच ने दर्शकों की आंखे नम कर दी थीं. यही सीन सबसे बड़ा टर्निंग पाइंट साबित हुआ.

वैसे तो यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी फिल्में पहले दिन से ही बॉक्स ऑफिस पर अपनी मजबूत पकड़ बना लेती हैं लेकिन 10 अगस्त 2007 को रिलीज ‘चक दे इंडिया’ के साथ जो हुआ, वो हैरान करने वाला था. शिमित अमीन के डायरेक्शन में बनी यह फिल्म शुरुआत के चार दिन थिएटर्स में दर्शकों का इंतजार करती रही थी. आदित्य चोपड़ा फिल्म के प्रोड्यूसर थे. शाहरुख खान हॉकी कोच खान की भूमिका निभाई ती. शाहरुख खान की यह उन चुनिंदा फिल्मों में शुमार है जिसमें उन्होंने शानदार एक्टिंग की. जयदीप साहनी की लिखी कहानी पर बनी इस फिल्म का म्यूजिक सलीम-सुलेमान का था. गीत भी जयदीप साहनी ने ही लिखे थे. फिल्म का टाइटल सॉन्ग ‘कुछ करिये कुछ करिये….चक दे इंडिया’ आज भी देश-विदेश में होने वाले हर भारतीय ईवेंट में बजता है. फिल्म को कुल 43 अवॉर्ड मिले थे. 22 करोड़ के बजट में बनी इस मूवी ने 101 करोड़ का वर्ल्डवाइड कलेक्शन किया था. यह एक सुपरहिट फिल्म साबित हुई थी.
